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HTTPS / HTTP Kaise Kaam Karta Hai



HTTPS (Hypertext Transfer Protocol Secure) और HTTP (Hypertext Transfer Protocol) दोनों इंटरनेट प्रोटोकॉल हैं जो वेब ब्राउज़र और वेब सर्वर के बीच डेटा को ट्रांसफर करने के लिए उपयोग होते हैं। हालांकि, ये दोनों प्रोटोकॉल एक-दूसरे से थोड़ा अलग काम करते हैं।

HTTP:

HTTP का उपयोग वेब पृष्ठों, फ़ाइलों, इमेजेस, वीडियो आदि को ब्राउज़र से वेब सर्वर की तरफ़ से डाउनलोड करने के लिए किया जाता है। यह plaintext (सादा टेक्स्ट) में डेटा को ट्रांसफर करता है, जिससे यह डेटा सुरक्षा के मामले में संकटग्रस्त हो सकता है। HTTP प्रोटोकॉल पूरी तरह से unencrypted होता है, जिसका मतलब है कि जब आप ब्राउज़र के माध्यम से वेबसाइट पर जाते हैं तो आपके द्वारा भेजे गए डेटा (जैसे कि पासवर्ड, क्रेडेंशियल्स, व्यक्तिगत जानकारी, आदि) को कोई भी बाध्य व्यक्ति या संगठन इंटरनेट पर आपकी गतिविधियों को मॉनिटर करके पढ़ सकता है।

HTTPS:

HTTPS एक secure version है जो HTTP पर आधारित है और SSL/TLS (Secure Sockets Layer/Transport Layer Security) प्रोटोकॉल का उपयोग करके डेटा को एन्क्रिप्ट करता है। HTTPS द्वारा एक encrypted connection स्थापित की जाती है, जिससे डेटा को अदृश्य बनाया जाता है और केवल संदेश का प्राप्तकर्ता उसे पढ़ सकता है। जब आप ब्राउज़र के माध्यम से HTTPS वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपके और सर्वर के बीच डेटा को एन्क्रिप्ट किया जाता है जिससे आपकी गोपनीयता सुरक्षित रहती है। यह सुरक्षा उच्च स्तर की जाती है और किसी और को आपके द्वारा भेजे गए डेटा को देखने की परवाह नहीं करती है।



इस तरह, HTTPS ब्राउज़र और सर्वर के बीच सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड connection का उपयोग करके आपकी गोपनीयता को सुरक्षित करता है, जबकि HTTP ऐसा नहीं करता है और डेटा को unencrypted रूप में ट्रांसफर करता है।

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